हिसार एयरपोर्ट से चंडीगढ़ के लिए पहली उड़ान हुई शुरू
♦ हिसार एयरपोर्ट से चंडीगढ़ के लिए पहली उड़ान शुरू
हो चुकी है। खुद मुख्यमंत्री अपने पैसों से टिकट खरीदकर विमान में बैठकर चंडीगढ़
गए हैं। हिसार से चंडीगढ़ हवाई सेवा शुरू होने के बाद हिसार की चंडीगढ़ की दूरी
महज 45 मिनट की रह जाएगी।
इससे पहले चंडीगढ़ जाने के लिए
सड़क मार्ग से पांच घंटे का सफर तय करना होता था। हिसार से चंडीगढ़ के लिए कोई
सीधी रेल सेवा भी नहीं है। महज 1674 रुपये किराया देकर चंडीगढ़ जा सकते हैं। स्पाइस जेट लिमिटेड
के सात सीटर विमान आज से रोजाना उड़ान भरेंगे। सुबह करीब साढ़े 10 बजे मुख्यमंत्री ने पहली हवाई
सेवा और फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन (एफटीओ) का शुभारंभ किया।
♦ मुख्यमंत्री ने 29 दिसंबर 2014 को हिसार में अंतरराष्ट्रीय
एयरपोर्ट बनाने की घोषणा की थी। 15 अगस्त 2018 को मुख्यमंत्री ने हिसार एयरपोर्ट के टर्मिनल का उद्घाटन किया
था। इसके बाद से शहर की जनता हिसार एयरपोर्ट से उड़ान का इंतजार कर रही थी। इसके
अलावा स्पाइस जेट लिमिटेड की मदद से सरकार इसी एयरपोर्ट पर एफटीओ स्थापित करने जा
रही है। शुरुआत में प्रति वर्ष कम से कम 100 कैडेट्स पायलटों का प्रशिक्षण
यहां से होगा। इसमें प्रदेश के विद्यार्थियों को कई सुविधाएं दी जाएंगी।
जैसे कि चार मेधावी लड़कियों को
समस्त उड़ान प्रशिक्षण के लिए फीस में 50 फीसद की रियायत मिलेगी। हरियाणा
के 10 फीसद विद्यार्थियों को ट्यूशन फीस पर 50 फीसद छूट दी जाएगी। इसके
अतिरिक्त, स्पाइसजेट
70 फीसद पायलट प्रशिक्षुओं के समावेश के साथ-साथ प्लेसमेंट भी
सुनिश्चित करेगा। यह हिसार के साथ-साथ पूरे प्रदेश के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।
♦ ऐसे समझिए उड़ान स्कीम का गणित
स्कीम के तहत किराया : 1674
रुपये राज्य सरकार वहन करेगी : 1500
रुपये प्रति टिकट केंद्र सरकार वहन करेगी: 1500
रुपये प्रति टिकट प्राइवेट एजेंसी के पास जाएंगे : 4450 रुपये
स्कीम के तहत किराया : 1674
रुपये राज्य सरकार वहन करेगी : 1500
रुपये प्रति टिकट केंद्र सरकार वहन करेगी: 1500
रुपये प्रति टिकट प्राइवेट एजेंसी के पास जाएंगे : 4450 रुपये
♦ हवाई मार्ग से हिसार से चंडीगढ़
जाने का समय
सुबह- 8 बजे
शाम- 4 बजे
♦ चंडीगढ़ से हिसार आने का समय
सुबह-9:30बजे
शाम- 5:30 बजे
सुबह- 8 बजे
शाम- 4 बजे
♦ चंडीगढ़ से हिसार आने का समय
सुबह-9:30बजे
शाम- 5:30 बजे
♦ इन पांच रूटों पर शुरू होगी
उड़ान
- हिसार-दिल्ली
- हिसार-चंडीगढ़-देहरादून
- हिसार-चंडीगढ़-जम्मू
- हिसार-जयपुर
- हिसार-चंडीगढ़
- हिसार-दिल्ली
- हिसार-चंडीगढ़-देहरादून
- हिसार-चंडीगढ़-जम्मू
- हिसार-जयपुर
- हिसार-चंडीगढ़
♦ तीन चरणों में बनेगा इंटरनेशनल
एयरपोर्ट, पहले चरण का काम पूरा
हिसार एयरपोर्ट का निर्माण तीन चरणों में होगा। प्रथम चरण में रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत घरेलू हवाई अड्डा, द्वितीय चरण में छोटे स्तर पर एमआरओ, फिक्ड बेस ऑपरेशन एवं प्रतिरक्षा विनिर्माण एवं प्रतिरक्षा एमआरओ और तृतीय चरण में एरोस्पेस विनिर्माण, विमानन प्रशिक्षण केंद्र और विमानन विश्वविद्यालय, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और एरोट्रोपोलिस-वाणिज्यिक एवं आवासीय पर कार्य किया जाएगा। इसके लिए मसौदा तैयार किया जा रहा है।
हिसार एयरपोर्ट का निर्माण तीन चरणों में होगा। प्रथम चरण में रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत घरेलू हवाई अड्डा, द्वितीय चरण में छोटे स्तर पर एमआरओ, फिक्ड बेस ऑपरेशन एवं प्रतिरक्षा विनिर्माण एवं प्रतिरक्षा एमआरओ और तृतीय चरण में एरोस्पेस विनिर्माण, विमानन प्रशिक्षण केंद्र और विमानन विश्वविद्यालय, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और एरोट्रोपोलिस-वाणिज्यिक एवं आवासीय पर कार्य किया जाएगा। इसके लिए मसौदा तैयार किया जा रहा है।
♦ एयरपोर्ट से हिसार ये होगा फायदा
- हिसार शहर का महत्व और बढ़ेगा। हिसार को मेट्रो सिटी की तर्ज पर डेवलप किया जा सकता है।
- उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। एयरपोर्ट उद्योग लाने के लिए एक विंडो की तरह काम करेगा।
- हिसार एजुकेशन हब के रूप में भी विकसित होगा। विदेशी विद्यार्थी, शोद्यार्थी और प्रोफेसर यहां पढऩे व पढ़ाने आ सकेंगे।
- क्लास ए और क्लास बी के अफसर सरकारी गाड़ी से नहीं विमान में जाएंगे चंडीगढ़।
- दिल्ली के आइजीआइ एयरपोर्ट का बोझ कम करेगा हिसार एयरपोर्ट।
- हिसार शहर का महत्व और बढ़ेगा। हिसार को मेट्रो सिटी की तर्ज पर डेवलप किया जा सकता है।
- उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। एयरपोर्ट उद्योग लाने के लिए एक विंडो की तरह काम करेगा।
- हिसार एजुकेशन हब के रूप में भी विकसित होगा। विदेशी विद्यार्थी, शोद्यार्थी और प्रोफेसर यहां पढऩे व पढ़ाने आ सकेंगे।
- क्लास ए और क्लास बी के अफसर सरकारी गाड़ी से नहीं विमान में जाएंगे चंडीगढ़।
- दिल्ली के आइजीआइ एयरपोर्ट का बोझ कम करेगा हिसार एयरपोर्ट।
♦ सरकार इन तीन चरणों में बनाएगी
इंटरनेशनल एयरपोर्ट
प्रथम चरण में रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत घरेलू हवाई अड्डा, द्वितीय चरण में छोटे स्तर पर एमआरओ, फिक्ड बेस ऑपरेशन एवं प्रतिरक्षा विनिर्माण एवं प्रतिरक्षा एमआरओ और तृतीय चरण में एरोस्पेस विनिर्माण, विमानन प्रशिक्षण केन्द्र और विमानन विश्वविद्यालय, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और एरोट्रोपोलिस-वाणिज्यिक एवं आवासीय पर कार्य किया जाएगा।
प्रथम चरण में रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत घरेलू हवाई अड्डा, द्वितीय चरण में छोटे स्तर पर एमआरओ, फिक्ड बेस ऑपरेशन एवं प्रतिरक्षा विनिर्माण एवं प्रतिरक्षा एमआरओ और तृतीय चरण में एरोस्पेस विनिर्माण, विमानन प्रशिक्षण केन्द्र और विमानन विश्वविद्यालय, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और एरोट्रोपोलिस-वाणिज्यिक एवं आवासीय पर कार्य किया जाएगा।
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