हनुमानगढ़ मे रेल्वे वाशिंग लाइन समय की जरूरत

भादरा टाइम्स पिछले कई सालो से हनुमानगढ़-सादुलपुर रट पर नई ट्रेनों की मांग कर रहा है लेकिन रेलवे अब गंगानगर में वासिंग लाइन फुल होने का हवाला देकर नई ट्रेने नही चला रहा है इसलिए अब हनुमानगढ़ जिले के लोगो को नई ट्रेन्स तभी मिलेगी जब हनुमानगढ़ जंक्शन में वाशिंग लाइन बनेगी क्योकि गंगानगर में जगह की कमी है इसलिए वहा पर नही बन सकती हनुमानगढ़ में काफी जगह है वासिंग लाइन बनाने के लिए, मीटरगेज के समय यहा वाशिंग लाइन हुआ करती थी जिससे ट्रेनों की कमी नहीं थी परंतु किन्ही कारणों से 1999 मे यहां वाशिंग लाइन बंद कर दी गयी जिसका नतीज़ा है कि हनुमानगढ़-सादुलपुर रूट ब्रॉडगेज हुए 4 साल हो गये है लेकिन केवल 2 नियमित एक्सप्रेस ट्रेन्स का संचालन हो रहा है वोह भी रात को  |
हनुमानगढ़ मे रेल्वे वाशिंग लाइन समय की जरूरत -
प्रिय साथियो,
क्षेत्र के विकास मे रेल्वे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और दोनों को एक दूसरे का पूरक कहा गया है| रेल्वे विकास के लिए जरूरी ये है कि अपने क्षेत्र से देश के महत्वपूर्ण शहरों के लिए ट्रेन उपलब्ध हों ताकि क्षेत्र का सम्पर्क बढ़े| और यहा के स्थानीय उत्पादन जेसे अनाज, कपास और खनिज जेसे जिप्सम की ढुलाई की व्यवस्था उपलब्ध हो|
वाशिंग लाइन की जरूरत क्यु ? -
देश के विभिन्न शहरों से जुड़ने के लिए जरूरी ये है कि जो ट्रेन यहा से चले उनका रख रखाव एव धुलाई की व्यवस्था हो, उसी के लिए स्टेशन पर वाशिंग लाइन का होना जरूरी है| जहां वाशिंग लाइन होती है केवल उसी स्टेशन से एक्सप्रेस ट्रेन शुरू और खत्म हो सकती है|
अपने आसपास वाशिंग लाइन गंगानगर, बठिंडा और बीकानेर स्टेशन पर स्थापित है| बीकानेर वाशिंग लाइन का अपने को बहुत कम फायदा है क्युकी वहां से ट्रेन अपनी और बहुत कम चलती है| बठिंडा वाशिंग लाइन छोटी है और बड़ा करने का कोई प्रस्ताव नहीं है, और गंगानगर मे वाशिंग लाइन है वो रेल्वे के अनुसार फुल चल रहीं है नई ट्रेन का रखरखाव वहाँ सम्भव नहीं है|
अतः कहा जा सकता है कि उक्त परिस्थिति मे अपने क्षेत्र को नई ट्रेन मिलना लगभग असंभव है| जिससे क्षेत्र का रेल विकास अवरुद्ध हो गया है| इसीलिए जरूरी है कि एक वाशिंग लाइन हनुमानगढ़ मे भी स्थापित हो ताकि यहा से नई ट्रेन चल सके और रेल विकास ना रुके|
वाशिंग लाइन के फायदे-
1. नई ट्रेनस उपलब्ध होगी|
2. क्षेत्र की बाकी देश से कनेक्टिविटी बढ़ेगी|
3. लोगो की आवाजाही बढ़ेगी जिससे स्थानीय व्यापार, पर्यटन बढ़ेगा|
4. वाशिंग लाइन बनने से रेल्वे स्टेशन पर 100 नए पद सर्जित होंगे जिससे स्थानीय रोजगार बढ़ेगा|
इस मांग पर अपनी भी जिम्मेदारी है कि हम अपनी मांग संबंधित अधिकारियों और रेलमंत्री तक पहुचा सके|
उसके लिए इन्हें अपनी मांग हनुमानगढ़ जंक्शन स्टेशन (NWR) मे वाशिंग लाइन की स्थापना टाइटल के साथ मेल कर सकते है|
मेल का परफॉर्मा और एड्रेस ये है -
श्रीमान,
में आपका ध्यान हनुमानगढ़ जंक्शन की और आकर्षित करना चाहता हूँ जो की उत्तर पश्चिम रेलवे के बीकानेर डिवीज़न के तहत आता है
हनुमानगढ़ जंक्शन (HMH) रेल्वे स्टेशन जो बीकानेर मंडल(North western Railway) के अधीन है और एक सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित है| जिससे गंगानगर, बठिंडा, बीकानेर और सादुलपुर के लिए लाइन निकलती है|
बर्तमान में बीकानेर डिवीज़न के तहत आने वाले सभी कोचिंग टर्मिनल जैसे बीकानेर ,लालगढ़ ,श्रीगंगानगर  और हिसार अपनी पूर्ण क्षमता से कार्यरत है जिससे वहां से नई ट्रेनों का संचलान असंभव है अतः भविस्य की सम्भावनो और   बढ़ते  यात्री भार को देखते हुए बीकानेर डिवीज़न को एक अतिरिक्त कोचिंग टर्मिनल की आवशयकता  होगी जिसके लिए हनुमानगढ़ जंक्शन  स्टेशन (बीकानेर डिवीज़न)  का एकदम सर्वथा उपुक्त स्थान जिसको आप निचे दिए गए पॉइंटवार बिंदुओं से समझ सकते है
1. रेल्वे अगर यहा वाशिंग लाइन बनाता है तो उसे किसी समस्या का सामना नहीं करना होगा क्युकी हनुमानगढ़ मे पानी और जगह की समस्या नहीं है| यहा पर्याप्त रूप मे पानी उपलब्ध है, इसके संबंध मे एक फोटो भी संलग्न कर रहा हूं|
2. यह स्टेशन चूरू, भटिंडा, बीकानेर, गंगानगर जिलों का सेन्टर पॉइंट स्टेशन है इन सभी जिलों के लोगों को इससे फायदा होगा
3. इस स्टेशन पे कोचिंग टर्मिनल बनने से दिल्ली ,जोधपुर, जयपुर, बीकानेर, जैसे बड़े स्टेशनो से ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी जो ट्रेने इन स्टेशन पे 8 से लेकर 15 घंटे या उससे जयादा लाई ओवर रहती है वो ट्रेने आसानी से हनुमानगढ़ जंक्शन पर कोचिंग टर्मिनल बनाने के बाद बढ़ाई जा सकती है जिससे भविस्य में रेलवे को ही फायदा होगा
4. हनुमानगढ़ जिला कृषि कार्यो मे अग्रणी है तथा प्राचीन कालीबंगा सभ्यता, भटनेर दुर्ग एव भद्रकाली व गोगामेड़ी मंदिर के लिए विख्यात है|
5. मीटरगेज के समय यहा वाशिंग लाइन हुआ करती थी जिससे ट्रेनों की कमी नहीं थी परंतु किन्ही कारणों से 1999 मे यहां वाशिंग लाइन बंद कर दी गयी जिसका नतीज़ा है कि हनुमानगढ़-सादुलपुर रूट ब्रॉडगेज हुए 4 साल हो गये है लेकिन केवल 1 नियमित एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन हो रहा है|
6. सीमावर्ती इलाके में होने की वजह से यहा से पासिंग थ्रू ट्रेने भी कम है|
महोदय, महत्वपूर्ण स्टेशन होने के बावजूद स्टेशन पर ट्रेनो का अभाव है| जिसका मुख्य कारण यहा वाशिंग लाइन नहीं होना है| सबसे नजदीक वाशिंग लाइन गंगानगर मे है किन्तु वो रेल्वे की दृष्टि से फुल हो चुकी है और नई ट्रेन के लिए जगह नहीं है|
उपरोक्त सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए तथा  समय की मांग और स्थान की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए में आप से हनुमानगढ़ जंक्शन स्टेशन पे वाशिग लाइन व पिट लाइन के निर्माण की मांग करता हूं|
इसके लिए अनेक सामाजिक कार्यकर्तों, व्यक्तियों  ,संस्थानो  ,रेलवे सलहाकार समिति के सदस्यों तथा जन प्रतिनिधियों  ने हनुमानगढ़ जंक्शन  में वाशिंग लाइन व पिट लाइन बनाने की मांग समय समय पे की है और लगातार कर रहें है  बीकानेर डिवीज़न व उत्तर पश्चिम रेलवे के संबधित विभाग के अधिकारीयों से निवेदन है इस मांग की सकारात्मकता को समझते हुए  इसको in future viable project के तहत अपनी स्वकृति दे हमारे रेल मंत्री भी बहुत बार कहते है  today is not viable but in future viable
अतः मेरा आपसे अनुरोध है कि इस मांग पर तुरंत कार्रवाई करे और प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भिजवावे ,  ताकि इस प्रस्ताव से हनुमानगढ़ जंक्शन से भविस्य में नई ट्रेनों का संचालन सम्भव हो सकेगा और बीकानेर डिवीज़न को एक अतिरिक्त टर्मिनल मिल जायेगा जो बीकानेर डिवीज़न के लिए भविस्य में मील का पत्थर साबित होगा |
धन्यवाद|
प्रिय नागरिको हम हनुमानगढ़ में वाशिंग लाइन ओर नई ट्रैन के संचालन हेतु प्रयासरत है और  रेलवे ने वाशिंग लाइन हेतु ज्यादा से ज्यादा ईमेल मांगे है इसके लिए अनेक सामाजिक कार्यकर्तों, व्यक्तियों, संस्थानो, रेलवे सलहाकार समिति के सदस्यों तथा जन प्रतिनिधियों से आग्रह है की आप इस मुहीम से जुड़ने के लिए मेल करे और हमारे व्हाट्सएप्प के ग्रुप से जुड़े| ये हमारे ग्रुप का लिंक है-  https://chat.whatsapp.com/BDd4m0xu2aBFGo4gXRwJdU 
इसमे आप सब जुड़कर क्षेत्र के विकास में सहयोग दे और ज्यादा से ज्यादा शेयर करे
धन्यवाद 

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